Sharabi Shayari
Ha
yehi gardishe zamane ki,surkhiya hai mere fasane ki…
Phir
mila dil ko ek zakham taza,phir jarurat hai muskuraane ki…
हां यही गर्दिशे ज़माने की सुर्खिया है मेरे फ़साने की
फिर मिला दिल को एक ज़ख़्म ताज़ा फिर जरुरत है मुस्कुराने की
हां यही गर्दिशे ज़माने की सुर्खिया है मेरे फ़साने की
फिर मिला दिल को एक ज़ख़्म ताज़ा फिर जरुरत है मुस्कुराने की
...............................................................................
Chasm-e-saqi
se talab kar ke gulabi doore,
dil ke zakhmo ko kahi baith ke see leta hu,
Sagar-e-mai
to bdi cheez hai,ek nemat hai,
ashq bhi aankh me bhar aaye to pee leta hu…
चश्म -ए -साक़ी से तलब करके गुलाबी डोरी
दिल के ज़ख्मो को बैठ कर कही सी लेता हू
सागर-ए -मै तो बड़ी चीज़ है एक नेमत है
अश्क़ भी आँख में भर आये तो पी लेता हू। .
चश्म -ए -साक़ी से तलब करके गुलाबी डोरी
दिल के ज़ख्मो को बैठ कर कही सी लेता हू
सागर-ए -मै तो बड़ी चीज़ है एक नेमत है
अश्क़ भी आँख में भर आये तो पी लेता हू। .
❤❤❤❤
Meri
nazar ko junoon ka paiyaam de saqi,
meri hayat ko lafaani sham de saqi,
Ye
roz roz ka peena pasand nahi,
kabhi na hosh me aau wo zaam de saqi…
मेरी नज़र को जूनून का पैयाम दे साक़ी
मेरी हयात को लफामी शाम दे साक़ी
ये रोज़-रोज़ का पीना मुझे पसंद नहीं
कभी न होश में औ वो जाम दे साक़ी
❤❤❤❤
मेरी हयात को लफामी शाम दे साक़ी
ये रोज़-रोज़ का पीना मुझे पसंद नहीं
कभी न होश में औ वो जाम दे साक़ी
❤❤❤❤
Zamane wale kaha aitbaar karte hai
जाम सागर से मुझको प्यार नहीं
तेरी चाहत में जीना चाहता हु
मै शराबी तो नहीं हू जान -ए -जाना
तेरी आँखों से पीना चाहता हू ...
Tere fasane muje beqarar karte hai...
ज़माने वाले कहा ऐतबार करते है
तेरे फ़साने मुझे बेक़रार करते है।
ज़माने वाले कहा ऐतबार करते है
तेरे फ़साने मुझे बेक़रार करते है।
❤❤❤❤
jam sagar se mujko pyar nahi
teri chahat me jeena chahata hu
mai sharabi to nahi hu jaan-e-jana
teri aanko se peena chahata hu..
जाम सागर से मुझको प्यार नहीं
तेरी चाहत में जीना चाहता हु
मै शराबी तो नहीं हू जान -ए -जाना
तेरी आँखों से पीना चाहता हू ...
EmoticonEmoticon